शनिवार, 30 मार्च 2019

बंजारे हैं हम

बंजारे हैं हम वीराने में बस्ती तलाश लेते हैं
नज़रों से आप दूर सही दिल के पास होते हैं  

©सुबोध सिन्हा

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